रसोई के वास्तु दोष के उपाय के बारेमे शुरू करने से पहले, यह आवश्यक है कि आप नीचे दिए गए लिंक्स के माध्यम से समझें ताकि इस विषय पे आप आगे बढ़ सके।
- घर के लिए वास्तु – वास्तु मार्गदर्शक श्रृंखला १
- वास्तु का महत्व – वास्तु मार्गदर्शक श्रृंखला २
- वास्तु के नियम – वास्तु मार्गदर्शक श्रृंखला ३
- रसोई घर वास्तु – रसोई घर के लिए वास्तु का अर्थ क्या हैं?
- वास्तु उल्लंघन रसोई के दुष्प्रभाव – क्यों रसोई के लिए वास्तु महत्वपूर्ण?
वास्तु उल्लंघन रसोई के दुष्प्रभाव को समझने के बाद अब आगे बड़ते हुए, हम देखते है की इन समस्याओं को कैसे ठीक कर सकते हैं।
यह सत्य है की – “निरोधात्मक उपाय, इलाज से बेहतर होता है।” हमें यह सुनिश्चित करना है कि रसोई घर के माध्यम से घर में आने वाली नकारात्मक ऊर्जा का कोई स्रोत ना हो। इसे सरल बनाने के लिए, मैं रसोई के वास्तु दोष के उपाय को लागू करने में कुछ आसान सूचीकरण कर रही हूं। मैं इन उपचारों के अलावा वास्तु विशेषज्ञ से उचित मूल्यांकन और मार्गदर्शन लेने की साला दूंगी क्योंकि रसोईघर, घर का सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आसान रसोई के वास्तु दोष के उपाय
- रसोईघर का स्थान घर के दक्षिण-पूर्व (अग्नि) में होना चाहिए। यदि यह व्यावहारिक नहीं हो, तो आप इसे पूर्व क्षेत्र में भी रख सकते हैं।
- उत्तर और उत्तर-पूर्व (इशान) में रसोई की नियुक्ति कभी भी नही करनी चाहिए। यदि यह उत्तर या उत्तर-पूर्वी (इशान) क्षेत्र में बना है, तो सुधार के लिए एक वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।
- शौचालय और बेडरूम के ऊपर या नीचे रसोई के स्थान ना बनवाइए।
- रसोईघर के पूर्वी या अग्नि में प्लेटफार्म बनवाइए।
- खाना बनाते समय पूर्व की ओर देखते हुए खाना पकाए।
- दीवार से बर्नर कुछ इंच दूर रखें।
- सिंक को इशान में बनवाना उत्तम होता हैं।
- पीने के पानी को भी इशान दिशा में ही रखा चाहिए।
- अनाज रखने के लिए रसोई के दक्षिण और पश्चिमी क्षेत्रों का उपयोग करें। इन दिशाओं में जितना भी अधिक रसोई का सामान रखें, ताकि यह दिशा भारी रहे।
- पूर्व और उत्तरी क्षेत्र वजन मे पश्चिम और दक्षिण की तुलना में हल्का होना चाहिए।
- रसोई घर के लिए सबसे उचित रंग ऑरेंज, पीला, रेड, डार्क ब्राउन और चॉकलेट है।
- सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रसोई घर के दक्षिण की दीवार की ओर रखें।
- रेफ्रिजरेटर के लिए अनुकूल दिशा अग्नि, दक्षिण, पश्चिम या उत्तर हैं। इशान मे रेफ्रिजरेटर ना रखे।
- रसोई में काले रंग के प्लेटफार्म या कैबिनेट का उपयोग ना करे। काला रंग होसके तो रसोई घर मे इस्तमाल ना करे।
- यदि आपके रसोई में भोजन क्षेत्र है, तो यह उत्तर-पश्चिम (वायव्य) या पश्चिम दिशा में होना उचित है। यह स्वैच्छिक है, क्योंकि वास्तु शास्त्र में डाइनिंग एरिया के लिए अलग नियम बनाये हैं।
ये १५ रसोई के वास्तु दोष के उपाय अधिकतर समस्याओं का समाधान करेंगे और घर में इस क्षेत्र से उत्पन्न ऊर्जा को सकारात्मक बनाएंगे। ऐसी परिस्थितियां हो सकती हैं जो आप ऊपर उल्लेखित उपायों के अनुसार सुधारने में असमर्थ हो, तो उनके लिए, मैं दृढ़ता से सुझाव देती हूं कि आप एक वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श करें।
किसी भी प्रकार के उत्पाद, आदेश, मूल्य, शिपिंग शुल्क, आदि के स्पष्टीकरण के लिए [email protected] पर मेल करे या 09867-152220 पर कॉल करे। नियमित रूप से अपडेट पाने के लिए फेसबुक पर मुझे फॉलो करें।
महत्वपूर्ण नोट: हमारे द्वारा बेचे गए सभी उपकरण अपने विशिष्ट इरादे और लक्ष्यके साथ प्रोग्राम और सक्रिय किये गए हैं। हमारा उद्देश्य उच्चतम क्षमता सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए है। क्योंकि इन्हें इस तरह से प्रोग्राम किया जाता है कि यह लंबे समय तक मददगार साबित हो। केवल सक्रिय उपकरणमें क्षमता है एक लम्बी अवधि के लिए ऊर्जा उत्पन्न करनेकी।
रसोई के वास्तु दोष के उपाय लेख को आप इंग्लिशमे पढ़ने के लिये Remedies for Vastu Defects of Kitchen लिंक पड़े।
Share This: